Mission Accomplished: ISRO launched PSLV-C53 Successfully!!
Andhra Pradesh: PSLV-C53/DS-EO और 2 अन्य उपग्रहों को सफलता पूर्वक अपने दूसरे लॉन्च पैड, SDSC-SHAR जो की श्रीहरिकोटा में इस्थित है उसे लॉन्च कर अपनी-अपनी निर्धारित कक्षा में पहुंचाया है।
यह पीएसएलवी ऑर्बिटल प्रायोगिक मॉड्यूल (POEM) के साथ एक स्थिर प्लेटफॉर्म के रूप में पृथ्वी की परिक्रमा करता है।
भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान प्रोग्राम, Indian Space Research Organisation (ISRO) ने 30 जून 2022 को 5:32 PM को अपना 53वा रॉकेट PSLV श्रेणी का लॉन्च किया।
PSLV क्या है?
PSLV का अर्थ है (Polar Satellite Launch Vehicle) अर्थात धुरुविये उपग्रह प्रक्षेपण यान।
ये अधिकतम 1600 किलो तक के भार को अंतरिक्ष में ले जाने में सक्षम है।
ये 4 स्टेजो बाला एक रॉकेट है। यानी इस यान को 4 चरणो में प्रज्वलित किया जाता है, प्रत्येक चरण PS कहलाता हैं।
जैसे:- PS1
PS2
PS3
और अंतिम चरण में होता है PS4 जिसके बाद सैटेलाइट और रॉकेट एक दूसरे से अलग हो जाते है।
उपग्रहों के बारे में:-
इस यान से कुल 3 उपग्रह अंतरिक्ष में पहुंचाए गए।
ये तीनो उपग्रह ही सिंगापुर के थे।
इनका वजन 600 किलो से भी कम का था।
ये उपग्रह किसी भी मौसम में दिन- रात साफ तस्वीर लेने में है सक्षम|
इशे कई मानव कल्याण कार्यों में लिया जायेगा, जैसे आपदा प्रबंधन इत्यादि।
कहा से प्रक्षेपित किया गया?
इस रॉकेट को ISRO के आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा स्थित सतिश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पूर्व की ओर प्रक्षेपित किया गया।
लगने वाला समय:-
इस रॉकेट को 20 मिनट से भी कम समय में पृथ्वी से अपनी कक्षा तक पहुंचाया गया।
भविष्य में ISRO के कई महत्वपूर्ण मिशन आने वाली है, जिनमें से कुछ प्रमुख नाम है:-
चंद्रयान 3
मंगलयान 2
गगन्यान
और आदित्य L1
आशा है ISRO भविष्य में भी अपने उपलब्धियों से भारत को गौरवान्वित करता रहेगा, और भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम को भी अंतरिक्ष की ऊंचाइयों तक ले जायेगा।
2 Comments
Keep it up👌👌
ReplyDeleteThanks...❤️
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